दुनिया के सबसे घातक बीमारियों में शुमार कैंसर पर कब नियंत्रण पाया जा सकेगा. दुनिया भर में मेडिकल साइंस इस सवाल का सालों से जवाब ढूंढ रहे हैं. लेकिन अब उम्मीद की एक किरण नजर आ रही है रूस से. जहां ये दावा किया गया है कि ENTEROMIX नामक एक वैक्सीन विकसित की गई है, जो कैंसर का इलाज है. हालांकि इंटरनेशनल मीडिया इसके छोटे ट्रायल साइज को लेकर सवाल भी उठा रही है.
रूस का दावा
रूस के वैज्ञानिकों ने बताया कि ENTEROMIX एक mRNA-आधारित वैक्सीन है, जिसे मरीज के ट्यूमर की जेनेटिक प्रोफ़ाइल के हिसाब से तैयार किया जाता है. शुरुआती यानी पहले चरण के परीक्षणों में इसने 100 प्रतिशत प्रभावशीलता और सुरक्षा दिखाई है. रिपोर्ट्स के अनुसार, 48 स्वयंसेवकों पर किए गए ट्रायल में न केवल ट्यूमर सिकुड़ा, बल्कि गंभीर साइड-इफेक्ट्स भी सामने नहीं आए. हालांकि रूसी वैज्ञानिकों का कहना है कि यह वैक्सीन अब भी परीक्षण के शुरुआती चरण में है. नियामक एजेंसियों की मंजूरी और बड़े पैमाने पर फेज 2 व फेज 3 के ट्रायल के बाद इसकी विश्वसनीयता पुख्ता और स्वीकार्य होगी. साथ ही, रूस ने यह भी दावा किया है कि वह मस्तिष्क ट्यूमर और त्वचा कैंसर के लिए भी वैक्सीन विकसित कर रहा है.
भरत पर असर?
विश्व स्वास्थ्य संगठन की अंतरराष्ट्रीय कैंसर अनुसंधान एजेंसी की ग्लोबोकन 2022 में छपी रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2022 में दुनियाभर में कैंसर से लगभग 9.7 मिलियन लोगों की मृत्यू हुई थी. भारत में भी कैंसर के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं. इसके महंगे और जटिल इलाज के चलते आम लोगों की पहुंच नहीं हो पाती. ऐसे में रूस अगर कैंसर के वैक्सीन को सफलतापूर्वक अंजाम तक पहुंचा देता है तो निसंदेह दुनिया के साथ साथ भारत के लिए भी मेडिकल साइंस में गेम चेंजर होगा.