इन दिनों भारत पर अमेरिका द्वारा लगाये गये 50 फीसदी टैरिफ का विवाद जोरों पर है. इन्हीं आरोप-प्रत्यारोप और बहसों के बीच अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बड़ा बयान सामने आया है. शनिवार को एनडीटीवी डिफेंस समिट 2025 में बोलते हुए, उन्होंने कई अहम बातें सामने रखी और कहा कि भारत के लिए अपने नागरिकों के हित सबसे ऊपर हैं.
इसके साथ ही राजनाथ सिंह ने स्पष्ट शब्दों में संदेश दिया कि भारत किसी को शत्रु नहीं मानता है ,पर देश के किसानों, छोटे व्यापारियों, पशुपालकों और आम नागरिकों के कल्याण से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. उन्होंने जोर दिया कि चाहे कितना भी दबाव आए, सरकार अपने नागरिकों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.
चीन से भारत की बढ़ती नजदीकियों पर दिया जवाब
राजनाथ सिंह ने चीन के साथ भारत की बढ़ती नजदीकियों को लेकर स्थिति साफ करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों में कोई स्थायी दोस्त या दुश्मन नहीं होता, बल्कि राष्ट्र का हित ही सर्वोपरि होता है.
भारत के लिए आत्मनिर्भरता और रणनीतिक स्वायत्तता अहम
इसके साथ ही रक्षा मंत्री ने आत्मनिर्भर भारत पर बल देते हुए कहा कि बदलती वैश्विक परिस्थितियों में बाहरी देशों पर निर्भरता अब कोई विकल्प नहीं है. 2014 में जहां भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट ₹700 करोड़ से भी कम था, वहीं आज यह लगभग ₹24,000 करोड़ तक पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि भारत अब केवल खरीदार नहीं, बल्कि रक्षा उत्पादक और निर्यातक भी बन रहा है.
राजनाथ सिंह ने अंत में दोहराया कि भारत का भविष्य आत्मनिर्भरता और रणनीतिक स्वायत्तता पर निर्भर करता है, और इसी दृष्टिकोण से देश को विश्व पटल पर एक अग्रणी स्थान मिलेगा.