मंगलवार को वाराणसी कचहरी में उस समय हंगामा मच गया जब वकीलों ने एक दरोगा और उसके साथ आए पुलसकर्मियों की पिटाई कर दी. इस मारपीट में वाराणसी के बड़ागांव थाने में पोस्टेड दारोगा मिथिलेश गंभीर रूप से घायल हो गए. जिन्हे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दारोगा मिथिलेश पेशी के लिए कचहरी आए थे.
घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए कचहरी परिसर के आस-पास लगे CCTV कैमरे और मोबाइल वीडियो की जांच शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि फुटेज के आधार पर जो भी वकील इस हमले में शामिल पाए जाएंगे. उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल पूरे मामले को लेकर माहौल तनावपूर्ण है. प्रशासन हर एंगल से जांच कर रहा है और दोषियों को जल्द पकड़ने का दावा भी कर रहा है.
दरअसल ये पूरा मामला तब शुरू हुआ जब शनिवार को वकील शिवप्रताप सिंह अपनी पत्नी के साथ बाइक से जा रहे थे. तभी रास्ते में किसी बात को लेकर उनकी पुलिसकर्मियों से कहासुनी हो गई. और मामूली बहस धीरे-धीरे इतनी बढ़ गई कि बात हाथापाई तक पहुंच गई. जिसके बाद वकील ने आरोप लगाया था कि वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें बेरहमी पिटा. इसी मामले में दरोगा मिथिलेश के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 (हत्या की कोशिश) में केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया था और पेशी के लिए मिथिलेश को कचहरी लाया गया, तभी कुछ वकीलों ने उस पर हमला कर दिया.