भारत सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In (कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम) ने WhatsApp उपयोगकर्ताओं के लिए एक बड़ा सुरक्षा अलर्ट जारी किया है. एजेंसी ने चेतावनी दी है कि यदि ऐप को समय पर अपडेट नहीं किया गया, तो यूजर्स का पर्सनल डेटा खतरे में पड़ सकता है. CERT-In ने इसे हाई-रिस्क कैटेगरी में रखा है और सलाह दी है कि संभावित साइबर हमलों से बचने के लिए यूजर्स जल्द से जल्द WhatsApp को अपडेट करें. साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि तकनीकी उपकरणों को अपडेट रखना ही हैकिंग और डेटा चोरी से बचने का सबसे प्रभावी उपाय है.
पुराने वर्जन वाले यूजर्स पर ज्यादा खतरा
यह सुरक्षा समस्या खासकर WhatsApp के कुछ पुराने वर्जनों को प्रभावित कर रही है. iOS यूजर्स जिनके पास WhatsApp का 2.25.21.73 या उससे पुराना वर्जन है, उन्हें अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए. इसी तरह, WhatsApp Business iOS वर्जन 2.25.21.78 से पहले वाले यूजर्स भी इस खतरे के दायरे में आते हैं. इसके अलावा, Mac पर चलने वाले WhatsApp के 2.25.21.78 से पुराने वर्जन वाले यूजर्स को भी तुरंत ऐप अपडेट करने की सलाह दी गई है.
CERT-In ने बताया कि यह कमजोरी अपने आप में गंभीर है, लेकिन अगर इसे Apple के एक अन्य बग (CVE-2025-43300) के साथ जोड़ा जाए, तो हैकिंग का खतरा और भी बड़ा हो सकता है. ऐसे में हैकर्स के पास डेटा चुराने के कई नए तरीके उपलब्ध हो जाएंगे, जिससे सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने की जरूरत है.
साइबर विशेषज्ञों की चेतावनी और बचाव के उपाय
CERT-In और साइबर एक्सपर्ट्स ने मिलकर यूजर्स को सलाह दी है कि वे तुरंत WhatsApp का लेटेस्ट वर्जन इंस्टॉल करें. साथ ही, अनजान या संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें. जब तक ऐप पूरी तरह से अपडेट न हो, तब तक किसी भी अनजान मैसेज, लिंक या वेबसाइट को ओपन करने से परहेज करना चाहिए.
यह चेतावनी एक बार फिर इस बात की याद दिलाती है कि डिजिटल सुरक्षा केवल पासवर्ड तक सीमित नहीं है, बल्कि समय पर ऐप अपडेट करना भी उतना ही जरूरी है.