अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति पुतिन के बीच 3 घण्टे चली मीटिंग के बाद 12 मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों नेताओं ने मीडिया को संबोधित कर संयुक्त बयान जारी किया. इसके बाद ट्रंप ने एक सनसनीखेज दावा किया. ट्रंप ने कहा कि भारत ने रूसी तेल खरीदना बंद कर दिया है, जिसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है.
ट्रंप का दावा: भारत ने रूसी तेल खरीदना किया बंद!
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि भारत जो पहले रूस से तेल खरीद रहा था , नये अमेरिकी टैरिफ की घोषणा के बाद उसे रूस से तेल खरीदना बंद करना पड़ा, जिससे रूस ने अपने तेल का एक बड़ा क्लाइंट खो दिया.
ट्रंप ने फॉक्स न्यूज को दिए अपने इंटरव्यू में कहा ‘भारत, रूसी तेल व्यापार का 40% हिस्सा संभाल रहा था. अगर मैं अब सेकेंडरी प्रतिबंध लगाता हूं, तो यह उनके लिए विनाशकारी होगा. अगर मुझे ऐसा करना पड़ा, तो मैं करूँगा, हो सकता है मुझे ऐसा करने की जरूरत ही न पड़े.’
ट्रंप ने यह भी दावा किया कि भारत पर भारी आयात शुल्क लगाने के बाद रूस ने मजबूर होकर उन्हें फोन किया और मिलने की इच्छा जताई.
क्या है भारत का रूख ?
14 अगस्त को इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष एएस साहनी ने भारत की तेल खरीद की नीति में बदलाव से साफ इनकार करते हुए कहा था कि रूस से तेल आयात पर कोई रोक नहीं है.
ऐसे में ट्रंप के दावे को लेकर सवाल भी उठ रहे हैं. इस तरह की चर्चा पहले भी उठी थी कि भारत ने रूस से तेल खरीदना बंद कर दिया है. लेकिन तब भी भारत सरकार ने इस तरह की चर्चाओं को खारिज किया था.