मुंबई। बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता परेश रावल अपनी मोस्ट अवेटेड फिल्म ‘द ताज स्टोरी’ (The Taj Story) लेकर आ रहे हैं, जो 31 अक्टूबर 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी. फिल्म का टीज़र 14 अगस्त 2025 को जारी किया गया था, जिसने दर्शकों के बीच जिज्ञासा और बहस दोनों को जन्म दिया.
वकील की दमदार भूमिका में परेश रावल
इस सामाजिक-राजनीतिक ड्रामा (Socio-Political Drama) में परेश रावल एक वकील का किरदार निभा रहे हैं, जो अदालत में एक समुदाय की बौद्धिक पहचान और उसके मिटाए जाने को लेकर जोरदार बहस करते हैं. उनका यह अभिनय न केवल कहानी को गहराई देता है, बल्कि दर्शकों को सोचने पर भी मजबूर करता है.
बुनियादी धारणाओं पर सवाल उठाती है फिल्म की कहानी
‘द ताज स्टोरी’ को एक साधारण ऐतिहासिक फिल्म नहीं, बल्कि एक “सिनेमाई बहस” (Cinematic Debate) कहा जा रहा है. फिल्म एक बड़ा सवाल खड़ा करती है –
“क्या आज़ादी के 79 साल बाद भी हम सच में आज़ाद हैं, या अब भी किसी और के विचारों के गुलाम हैं?”
फिल्म ने ये सवाल भी उठाया है कि क्या ताज महल सचमुच शाहजहां ने बनवाया था या इसके पीछे कोई और कहानी छिपी हुई है?यह सवाल इतिहास और समाज को नए नजरिए से देखने को मजबूर करता है. यही वजह है कि इस फिल्म को केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि सोचने-समझने वाली फिल्म बताया जा रहा है.
फिल्म को लिखा और निर्देशित किया है तुषार अमरीश गोयल ने, जबकि विकास राधेश्याम इसके क्रिएटिव प्रोड्यूसर हैं. संगीतकार रोहित शर्मा ने फिल्म के लिए साउंडट्रैक तैयार किया है, जो इसके भावनात्मक और वैचारिक प्रभाव को और गहराता है.
परेश रावल एक और फिल्म ‘अजेय: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ़ अ योगी’ में भी नज़र आएंगे. इसमें वह एक धार्मिक गुरु का किरदार निभा रहे हैं. ‘द ताज स्टोरी’ को लेकर दर्शकों में उत्सुकता चरम पर है. यह फिल्म न सिर्फ एक मनोरंजक अनुभव होगी, बल्कि समाज, इतिहास और आज़ादी की असली परिभाषा पर गहरी बहस भी छेड़ेगी. 31 अक्टूबर को इसका इंतज़ार दर्शकों के लिए बेहद खास होने वाला है.