शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के मंच से आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत संदेश सामने आया है. संगठन के साझा बयान में पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए पीएम मोदी के साथ सभी सदस्य देशों ने एकजुटता दिखाई. 22 अप्रैल 2025 को हुए इस हमले में मारे गए लोगों और घायलों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की गई, साथ ही घोषणापत्र में साफ कहा गया कि इस हमले के जिम्मेदारों और इसके पीछे की ताकतों को हर हाल में न्याय के कटघरे तक पहुंचाया जाएगा. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर अपनी बात रखी. पाकिस्तान का नाम लिए बगैर उन्होने उसे कड़ा संदेश दिया. पहलवान आतंकी हमले का जिक्र करते हुए पाकिस्तान पर अप्रत्यक्ष लेकिन सशक्त टिप्पणी की, जिससे यह साफ हो गया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपने रुख पर अडिग है.
पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा, ‘भारत दशकों से आतंकवाद की मार झेल रहा है. हाल ही में, हमें पहलगाम में आतंकवाद का सबसे वीभत्स रूप देखने को मिला’. इस संदर्भ ने आतंकवाद की उस भयावहता को उजागर किया जिसने देश के सामान्य नागरिक विशेष रूप से पर्यटकों को निशाना बनाया था.
साथ ही, उन्होंने SCO सदस्य देशों ने आतंकवाद के प्रति दोहरी मानसिकता नहीं अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया. भारत ने इस दौरान आतंकवाद के खिलाफ एकता पर जोर दिया.
वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि ‘संयुक्त राष्ट्र के सिद्धांत आज भी सत्य और अडिग हैं. एससीओ दुनिया में वास्तविक बहुपक्षवाद की स्थापना के लिए एक शक्तिशाली इंजन है’
सोमवार को शुरू हुए एससीओ के अहम सत्र पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई है. समिट के अंत में एससीओ देश एक साझा प्रेस नोट पर जारी करेंगे. जिससे ये जानकारी मिलेगी कि एससीओ समित में हिस्सा ले रहे देशों ने किन वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की.
SCO समिट से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से द्विपक्षीय मुलाकात कर दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने पर चर्चा की थी.