प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय चीन के दौरे पर हैं. जहां उन्होंने रविवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से एक अहम द्विपक्षीय मुलाकात की. यह बैठक चीन के तिआनजिन शहर में आयोजित की गई. जो कि शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के आगामी शिखर सम्मेलन से ठीक पहले हुई. इस दौरे को कूटनीतिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. खासकर ऐसे समय में जब भारत और चीन के संबंधों में हाल ही में कुछ नरमी देखी गई है.

प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा 1 सितंबर तक चलेगा. जिसके दौरान वे उत्तरी चीन में रहकर SCO सम्मेलन में भाग लेंगे. दोनों नेताओं की मुलाकात स्थानीय समयानुसार दोपहर करीब 12 बजे (भारतीय समयानुसार सुबह 9:30 बजे) शुरू हुई. इस बातचीत को द्विपक्षीय संबंधों में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी की सोशल मीडिया पोस्ट
शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘X’ पर एक पोस्ट साझा करते हुए बताया कि वे तिआनजिन पहुंच चुके हैं. उन्होंने लिखा कि उन्हें सम्मेलन में हिस्सा लेने और विश्व के विभिन्न नेताओं से मुलाकात करने का इंतजार है.
भारत-चीन संबंधों की पृष्ठभूमि
यह प्रधानमंत्री मोदी का सात वर्षों के बाद चीन का पहला दौरा है. इसके साथ ही, यह शी जिनपिंग के साथ उनकी पिछले दस महीनों में दूसरी बैठक है. इससे पहले दोनों नेताओं ने वर्ष 2024 में रूस के कज़ान शहर में हुए ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान मुलाकात की थी. यह दर्शाता है कि दोनों देशों के शीर्ष नेतृत्व के बीच संवाद का सिलसिला दोबारा सक्रिय हो रहा है.
SCO सम्मेलन का वैश्विक महत्व
इस वर्ष के SCO सम्मेलन में कई अन्य देशों के प्रमुख नेता भी भाग ले रहे हैं. जिससे यह सम्मेलन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अत्यंत महत्वपूर्ण बन गया है. उम्मीद की जा रही है कि इस बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा, व्यापार, आपसी सहयोग और शांति से जुड़े कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी.