भारतीय राष्ट्र समिति (BRS) ने पार्टी की वरिष्ठ नेता और एमएलसी के. कविता पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया है. जिसकी पुष्टि पार्टी द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से की गई. BRS की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि कविता की हालिया गतिविधियां और सार्वजनिक बयान पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा रहे थे, जो संगठनात्मक अनुशासन के विरुद्ध थे. इसी कारण पार्टी नेतृत्व ने मामले को गंभीरता से लेते हुए यह निर्णय लिया.
खास बात यह है कि यह कार्रवाई स्वयं पार्टी अध्यक्ष और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव द्वारा की गई है, जो कविता के पिता भी हैं. पार्टी का कहना है कि कविता के व्यवहार और बयानों से पार्टी की एकता और छवि दोनों को ठेस पहुंच रही थी.
कविता ने लगाए थे पार्टी नेताओं पर आरोप
कविता के निलंबन की कार्रवाई से एक दिन पहले ही के. कविता ने सार्वजनिक रूप से पार्टी के भीतर चल रही उठापटक को उजागर किया था. उन्होंने BRS के कुछ वरिष्ठ नेताओं और सहयोगियों पर केसीआर की छवि को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया था. कविता ने हरीश राव और पूर्व सांसद मेधा कृष्णा रेड्डी पर भी गंभीर आरोप लगाए थे और दावा किया था कि उनके पिता को भ्रष्टाचार के मामलों में जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है.
मीडिया में बयान देता पड़ा कविता को भारी
के. कविता पिछले कुछ समय से पार्टी के रवैये और निर्णयों को लेकर मीडिया में खुलकर बयान देती रही हैं. 2023 में विधानसभा चुनावों में BRS की हार के बाद, उन्होंने पार्टी के आंतरिक मामलों पर कई बार सवाल उठाए. इसके अलावा उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ पार्टी की संभावित नजदीकी पर भी आपत्ति जताई थी. इन सभी बयानों और गतिविधियों को पार्टी ने अनुशासनहीनता मानते हुए गंभीरता से लिया. एक रिपोर्ट के अनुसार, कविता ने पहले ही पार्टी से अलग होने के संकेत दे दिए थे. अब आधिकारिक तौर पर उन्हें पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया है.
संभावना जताई जा रही है कि कविता अपने पिता की पार्टी से अलग होने के बाद नई पार्टी बना सकती है. ऐसा उन्होने हाल ही संकेत भी दिया था. अगर ऐसा हुआ तो बीआरएस से भी कई बड़े नेता कविता के साथ जा सकते हैं.