जम्मू : जम्मू-कश्मीर में शनिवार रातभर हुई मूसलाधार बारिश ने तबाही का मंजर खड़ा कर दिया है. राजधानी जम्मू में रविवार सुबह 8:30 बजे तक 190.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो अगस्त माह में पिछले एक सदी में दूसरी सबसे अधिक वर्षा है. बारिश के चलते कई निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं और जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित एक अहम पुल क्षतिग्रस्त हो गया है. प्रशासन ने तत्काल यातायात को वैकल्पिक मार्ग पर डायवर्ट किया है.
मौसम विभाग ने 27 अगस्त तक भारी बारिश, अचानक बाढ़ और भूस्खलन की चेतावनी दी है. फिलहाल जम्मू-श्रीनगर और श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए खुले हैं, लेकिन मुगल रोड और सिंथन रोड पर भूस्खलन के कारण आवाजाही ठप है. कठुआ जिले में नाले के उफान से पुल टूटने के बाद लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं.
जम्मू शहर के कई इलाके जैसे जानीपुर, रूप नगर, तालाब तिल्लो, न्यू प्लॉट और संजय नगर जलमग्न हो गए, जहां घरों में पानी घुस गया और करीब 12 वाहन बह गए. सांबा, कठुआ, डोडा और उधमपुर समेत कई जिलों में नदियों और नालों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है. हालांकि अब तक किसी जनहानि की खबर नहीं है.

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सभी विभागों को हाई अलर्ट पर रहने और राहत-बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि जलभराव वाले क्षेत्रों में जल निकासी और आवश्यक सेवाओं की बहाली को प्राथमिकता दी जा रही है.