जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर से कुदरत का कहर टूटा है. अभी लोग किश्तवाड़ की घटना से ऊबर भी नहीं पाये थे कि एक और प्राकृतिक आपदा ने वहां का जन-जीवन तहस-नहस कर दिया है.
आज रविवार सुबह कठुआ जिले में बादल फटने से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई और कई घर मलबे में दब गये. जिले में रात भर भारी बारिश होती रही जिसके बाद सुबह आई बाढ़ में देखते ही देखते गांव के कई घर बह गये.

प्रशासन ने बताया कि बादल फटने और भूस्खलन से कई घर जलमग्न हो चुके हैं और मलबों में दब गए हैं. प्राप्त जानकारी के मुताबिक अभी तक सात लोगों की मौत की खबर है जबकि कई लापता हैं.
फिलहाल जिला प्रशासन लोगों की सुरक्षा के लिए एडवाइजरी जारी कर स्थिति पर नियंत्रण करने का प्रयास कर रहा है. पुलिस और SDRF टीम प्रभावित क्षेत्र में पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई है.
जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने इस आपदा पर दुख व्यक्त किया है और प्रशासन को लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिये हैं.साथ ही मृतकों और प्रभावित लोगों को आर्थिक मदद मुहैया कराने की घोषणा भी की है.

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल कार्यालय ने एक्स पर पोस्ट किया कि ‘कठुआ के कई क्षेत्रों में बारिश के कारण हुए विनाशकारी भूस्खलन में लोगों की मौत से गहरा दुख हुआ है. यह त्रासदी मन को स्तब्ध कर देने वाली है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सेना, NDRF,SDRF, पुलिस और प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे बचाव एवं राहत कार्यों की सूचना दी.’
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस आपदा के बारे में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल और सीएम से बात कर हालात की जानकारी ली है. उन्होंने एक्स पर ट्वीट कर कहा है कि स्थानीय प्रशासन और NDRF की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं. उन्होनें हर संभव सहायता का आश्वासन भी दिया.