नई दिल्ली, देश की सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकवादी संगठन आईएसआईएस (ISIS) से जुड़ी गतिविधियों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, झारखंड एटीएस और रांची पुलिस के संयुक्त अभियान में कई राज्यों में छापेमारी की गई. जिसमें 8 से ज्यादा संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. इस ऑपरेशन में मुख्य आरोपी आफताब, जो कि मुंबई निवासी को गिरफ़्तार किया गया है. साथ ही, झारखंड की राजधानी रांची से एक और संदिग्ध असहर दानिश को गिरफ्तार किया गया है. जो बोकारो जिले के पेटवार इलाके का रहने वाला है.
देशभर में एक साथ कई जगहों पर छापेमारी
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने 12 से अधिक लोकेशनों पर रेड डाली. यह कार्रवाई एक बड़े आतंकी नेटवर्क की जानकारी के बाद की गई. जिसके तार ISIS जैसे अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन से जुड़े बताए जा रहे हैं. इस दौरान कई जगहों से संदिग्धों को हिरासत में लिया गया और उनके पास से आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस और अन्य सामग्री भी जब्त की गई है. जांच एजेंसियों का कहना है कि फिलहाल पूछताछ जारी है और कुछ अहम सुराग मिलने की संभावना है.
रांची के लॉज से की गई गिरफ्तारी, इलाके में मचा हड़कंप
रांची के लोअर बाजार थाना क्षेत्र के इस्लाम नगर इलाके में छिपे संदिग्ध आतंकी असहर दानिश को एक लॉज से गिरफ्तार किया गया. यह गिरफ्तारी उस समय हुई जब दिल्ली पुलिस की टीम, रांची पुलिस और झारखंड एटीएस के साथ मिलकर एक संयुक्त अभियान चला रही थी. छापेमारी के दौरान कुछ दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ बरामद किए गए, जिनसे उसकी ISIS से संभावित सांठगांठ की पुष्टि होती है. पुलिस इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है.
सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर, आगे और गिरफ्तारियों की आशंका
रांची जैसे शहरों में पहले भी आतंकी गतिविधियों के संकेत मिल चुके हैं. इससे पहले भी कई स्लीपर सेल और संदिग्धों को यहां से पकड़ा गया है. इस वजह से सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं. फिलहाल, असहर दानिश से पूछताछ चल रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि उसका संपर्क देश या विदेश में छिपे किसी बड़े नेटवर्क से तो नहीं है. इसके साथ ही, उसके साथियों की तलाश और अन्य संभावित ठिकानों की भी छानबीन की जा रही है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और झारखंड पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि संदिग्ध व्यक्तियों या गतिविधियों की जानकारी तुरंत नजदीकी थाने या एजेंसियों को दें. साथ ही किसी भी तरह की अफवाह फैलाने से बचें, क्योंकि जांच अभी प्रारंभिक चरण में है और कई पहलुओं पर काम चल रहा है.