जालौन, 1 सितबंर 2025: ‘जस्टिस डिलेड इज जस्टिस डिनाइड’ अंग्रेजी के इस मशहूर कहावत का अर्थ है अगर न्याय समय पर न मिले तो उस न्याय का कोई अर्थ नहीं रह जाता. आमतौर पर ऐसा देखा भी जाता है कि कोर्ट की प्रक्रिया पूरी होते होते एक मुद्दत गुजर जाती है. लेकिन यूपी के जालौन से आई एक खबर पीड़ितों के लिए राहत भरी है.
दरअसल स्पेशल पॉक्सो कोर्ट में 5 साल की एक बच्ची से रेप का मामला चल रहा था. जिसमें कोर्ट ने महज 27 दिन में मामले की सुनवाई पूरी कर आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुना दी. साथ ही 2 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया.
क्या था पूरा मामला?
कैलिया पुलिस थाने में 16 जुलाई को 5 साल की एक बच्ची के साथ रेप की FIR लिखी गई. FIR मध्यरात्रि के लगभग 1 बजकर 17 मिनट पर पर लिखी गई. पुलिस ने आरोपी अनिल कुमार को गिरफ्तार कर लिया. अनिल पर आरोप था कि उसने मोबाइल दिखाने के बहाने 5 साल की बच्ची का रेप किया. इस मामले में जितनी तत्परता पुलिस ने दिखाई, उसी अंदाज में कोर्ट ने भी मामले की सुनवाई की. मामला स्पेशल पॉक्सो कोर्ट में चल रहा था. जहां न्यायाधीश मोहम्मद कमर ने महज 27 दिन में मामले की सुनवाई कर आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुना दी.
‘नन्ही परी’ को मिला न्याय
इस मामले में 21 पन्नों का जजमेंट आया. जज मो. कमर ने ये भी कहा कि जुर्माने के 2 लाख रुपये की राशि में से 1 लाख रुपये पीड़िता को दे दिया जाए. सुनवाई के दौरान जज ने पीड़ित बच्ची को ‘नन्ही परी’ कहकर संबोधित किया.