सोशल मीडिया पर आए दिन कोई न कोई नया ट्रेंड वायरल होता है. इन दिनों Gemini ट्रेंड तेजी से लोगों के बीच लोकप्रिय हो रहा है. लाखों यूज़र्स इसे इस्तेमाल कर रहे हैं और अपनी तस्वीरें अपलोड कर रहे हैं. लेकिन जहां एक तरफ ये ट्रेंड मज़ेदार लग रहा था, वहीं दूसरी तरफ अब इसके खतरनाक पहलू भी सामने आ रहे हैं.
दरअसल, शुरू में सिर्फ अंदेशा था कि इस तरह के AI टूल्स का गलत इस्तेमाल हो सकता है. लेकिन अब यह शक हकीकत बन चुका है. ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां लड़कियों की प्रोफाइल फोटोज़ को Gemini जैसे AI टूल्स से मॉडिफाई कर Deepfake कंटेंट तैयार किया गया है. तस्वीरें इतनी रियल लगती हैं कि पहचान पाना मुश्किल हो जाता है कि असली कौन सी है और नकली कौन सी. इन फोटोज़ का इस्तेमाल कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है, ब्लैकमेल तक किया जा रहा है और फर्जी अकाउंट बनाकर बदनाम करने जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं.
Deepfake तकनीक और बढ़ती मुश्किलें
Deepfake तकनीक अब इतनी एडवांस हो चुकी है कि सिर्फ तस्वीरें ही नहीं बल्कि आवाज़ और हावभाव तक को कॉपी किया जा सकता है. यानी आपकी एक फोटो से ऐसा वीडियो बनाया जा सकता है जिसमें आप वो बातें कह रही हों जो आपने कभी बोली ही नहीं. यही सबसे बड़ा खतरा है.
सवाल उठता है कि Gemini ट्रेंड इसमें कैसे शामिल है? दरअसल, जब आप इस ऐप में अपनी फोटो अपलोड करते हैं, तो वो तस्वीरें AI के सर्वर पर सेव हो जाती हैं. कई बार यह जानकारी साफ़ नहीं दी जाती कि आपकी फोटोज़ आगे कहां और किस तरह इस्तेमाल होंगी. साइबर एक्सपर्ट्स पहले ही चेतावनी दे चुके थे कि ऐसे टूल्स से यूज़र्स की प्राइवेसी खतरे में पड़ सकती है और अब वो खतरा सामने है.
कानूनी पहलू और बचाव के रास्ते
भारत में Deepfake से जुड़ा कोई अलग कानून नहीं है, लेकिन कुछ धाराएं हैं जिनके ज़रिए कार्रवाई की जा सकती है. जैसे IT Act की धारा 66E, IPC की धारा 354D और 509. हालांकि समस्या ये है कि अक्सर पीड़िता सामने आने से कतराती है क्योंकि डर बहुत बड़ा होता है.
ऐसे में ज़रूरी है कि लोग खुद जागरूक रहें. हाई-क्वालिटी तस्वीरें शेयर करने से बचें और किसी भी AI टूल पर अपनी फोटो अपलोड करने से पहले दो बार सोचें. अगर आपको लगता है कि आपकी तस्वीर का गलत इस्तेमाल हुआ है तो तुरंत संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर रिपोर्ट करें, उसके बाद cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें और ज़रूरत पड़ने पर पुलिस से भी संपर्क करें.
टेक्नोलॉजी वरदान या अभिशाप?
टेक्नोलॉजी ने हमारी ज़िंदगी आसान बनाई है, लेकिन यही टेक्नोलॉजी अगर गलत हाथों में पड़ जाए तो कितना नुकसान पहुंचा सकती है, इसका जीता-जागता उदाहरण है यह Deepfake ट्रेंड. इसलिए ज़रूरी है कि हम सब मिलकर जागरूक बनें, एक-दूसरे को अलर्ट करें और अपनी डिजिटल लाइफ को सुरक्षित रखें.