जम्मू काश्मीर और पंजाब में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने भीषण हालात पैदा कर दिये हैं. भारी बारिश के चलते ज्यादातर नदियां ऊफान पर हैं. ऐसे में बांधों पर भी दबाव बढ़ने लगा है. पानी के प्रेशर देखते हुए बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है. जिससे बाढ़ का पानी अब खेतों में घुस रहा है. अब तक पंजाब में 150 से अधिक गांव डूब चुके हैं. खेतों से लेकर लोगों के घरों तक में पानी भर गया है, जिससे सैकड़ों एकड़ फसलें तबाह हो गई हैं और लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
इन इलाकों में है सबसे भीषण स्थिति
सबसे अधिक प्रभावित जिले पठानकोट, होशियारपुर, गुरदासपुर, कपूरथला, तरनतारन, फाजिल्का और फिरोजपुर बताए जा रहे हैं. फिरोजपुर में बीएसएफ की दो चेक पोस्ट भी बाढ़ की चपेट में हैं. पानी के फ्लो को देखते हुए पठानकोट-जम्मू नेशनल हाईवे बंद हो गया है, जबकि कई गांवों का सड़क से संपर्क पूरी तरह टूट चुका है. कई जगह घरों में छह-छह फुट तक पानी भर गया है और लोग छतों पर शरण लेने को मजबूर हैं.
पौंग बांध और रणजीत सागर बांध का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है, वहीं भाखड़ा बांध से भी लगातार पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे कई और इलाकों में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. भारी बारिश के चलते पाकिस्तान के पंजाब में रावी नदी में उफान के कारण करतारपुर क्षेत्र भी पूरी तरह जलमग्न हो गया है और परिसर में 5 से 7 फुट तक पानी भर गया है.
सेना और NDRF टीमें बचाव कार्य में जुटी
इस आपात स्थिति में सेना, NDRF, SDRF, BSf की टीमें बचाव एवं राहत कार्य में जुटी हुई हैं. रक्षक दल मोटरबोट की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं.
मौसम विभाग ने 31 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों की चिंता और बढ़ गई है.