उत्तराखंड: चमोली के नंदानगर क्षेत्र में बीती रात बादल फटने और भारी बारिश से कहर टूट पड़ा. अचानक से आई इस भीषण आपदा ने पूरे इलाके में भारी तबाही मचा दी है. इस प्राकृतिक आपदा में कई घरों के क्षतिग्रस्त होने की खबर है, जबकि कई लोग लापता हो गये हैं.
सबसे ज्यादा नुकसान कुन्तरी और धुर्मा गांव में
स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, कुन्तरी लगाफाली गांव में 6 मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गए और 8 लोग लापता हैं. वहीं धुर्मा गांव में 5 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं और 2 लोग मलबे की चपेट में आकर लापता हो गए हैं. सरपाणी गांव में भी कई घरों और खेत-खलिहानों को नुकसान पहुंचा है और मवेशियों के हताहत होने की भी खबरें आई हैं.
NDRF ने शुरू किया रेस्क्यू ऑपरेशन
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है. NDRF और SDRF की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और मलबे में दबे लोगों की तलाश कर रही हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि मेडिकल टीमों के साथ तीन एंबुलेंस भी घटनास्थल पर भेजी गई हैं, ताकि घायलों को तुरंत उपचार मिल सके.
आसमान ने संभलने का मौका तक नहीं दिया
स्थानीय लोगों का कहना है कि देर रात हुई भारी बारिश और बादल फटने से गांव में अचानक मलबा आने लगा. जिससे लोगों को सुरक्षित निकलने का समय तक नहीं मिला. प्रशासन का कहना है कि वास्तविक नुकसान का आकलन बचाव कार्य पूरा होने के बाद ही संभव होगा.
मौसम विभाग का अलर्ट
इसी बीच मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले कुछ दिनों में देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल, टिहरी, मसूरी और ऋषिकेश समेत कई इलाकों में गरज और आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश हो सकती है. ऐसे में राहत एवं बचाव कार्य और चुनौतिपूर्ण हो जायेगा.