जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के पड्डर सब-डिवीजन के चशोटी गांव में गुरुवार दोपहर करीब 12:30 बजे बादल फटने से अफरा-तफरी मच गई. यह भीषण घटना उस समय हुई जब हजारों श्रद्धालु मचैल माता यात्रा के पहले पड़ाव पर मौजूद थे.
दुर्भाग्यवश बादल वहीं फटा, जहां से यात्रा शुरू होने वाली थी. इस जगह श्रद्धालुओं की बसें, टेंट, लंगर के साथ कई दुकानें भी लगी हुई थीं, जो पानी और मलबे के तेज बहाव में आकर बह गईं. अचानक आई इस बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र में हाहाकार मच गया.
अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक इस त्रासदी में 28 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि करीब 65 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है. लगभग 200 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर जानकारी दी कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को स्थिति की गंभीरता से अवगत कराया है. पीएम मोदी ने भी पीड़ितों के प्रति संवेदना जताई है.
फिलहाल प्रशासन अलर्ट पर है और NDRF , पुलिस और स्थानीय राहत एवं बचाव दल आपदा प्रभावित क्षेत्र में लोगों को रेस्क्यू कर रहे हैं, पर मार्ग बाधित हो जाने के कारण रेस्क्यू के काम में मुश्किल आ रही है.