यूपी की राजनीति में बीजेपी और समाजवादी पार्टी के नेताओं के बीच सियासी बयानबाजी अक्सर देखने को मिलती है. कभी कभी बयानबाजी का मुद्दा सियासी गलियारों से निकल कर कोर्ट की दहलीज तक चला जाता है. ऐसा ही मामला केतकी सिंह को लेकर भी सामने आया है. जिसमें केतकी सिंह फिलहाल फंसती दिख रही है.
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले की बांसडीह विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक केतकी सिंह को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर टिप्पणी करना भारी पड़ गया है. दरअसल पिछले दिनों उन्होंने अपनी प्रेंस कांफ्रेंस में अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी पर बयान दिया था, जिसके बाद उन्हे मानहानि का कानूनी नोटिस भेजा गया है.
समाजवादी पार्टी की अधिवक्ता सभा ने उनके खिलाफ मानहानि का कानूनी नोटिस भेजा है. यह नोटिस अधिवक्ता सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और इलाहाबाद हाईकोर्ट, लखनऊ बेंच के वकील कृष्ण कन्हैया पाल ने जारी किया है.
नोटिस के अनुसार, 3 सितंबर 2025 को अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक पत्रकार द्वारा पूछे गए सवाल पर बीजेपी विधायक केतकी सिंह ने अखिलेश यादव पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ‘अपने एसी कमरे में रहते हुए साहब को लगा होगा कि मैं भी घूम कर आता हूं. चुनाव-चुनाव खेलकर आता हूं… ठीक है, आपको वहां जाकर जो वोट मांगना है वो लीजिए, पर पहले यूपी की जनता को वो टोटियां लौटाइए जो आप मुख्यमंत्री आवास खाली करते समय ले गए थे, उसके बाद आगे की बात की जायेगी.
केतकी सिंह के इस बयान को सपा और उसके समर्थकों ने अपमानजनक और दुर्भावनापूर्ण करार दिया है.
सार्वजनिक माफी मांगने या 5 करोड़ रुपये हर्जाना की मांग
नोटिस में कहा गया है कि विधायक ने जानबूझकर अखिलेश यादव, जो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और वर्तमान में कन्नौज से सांसद हैं, को बदनाम करने के उद्देश्य से यह टिप्पणी की गई है. इसे टीवी चैनलों और सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया. विधायक द्वारा अखिलेश यादव, समाजवादी पार्टी और उसके कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठी, भ्रामक और अपमानजनक टिप्पणी से पार्टी और उसके कार्यकर्ताओं की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है.
सपा अधिवक्ता सभा ने मांग की है कि विधायक केतकी सिंह 15 दिनों के भीतर बिना शर्त सार्वजनिक रूप से माफी मांगें और इसे प्रमुख राष्ट्रीय अखबारों में प्रकाशित करें. ऐसा न करने पर उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया जाएगा और 5 करोड़ रुपये का हर्जाना मांगा जाएगा.
यूपी में विधानसभा चुनाव होने में भले ही देर हो लेकिन नेता माहौल बनाने में बिलकुल देर नहीं कर रहे हैं.