बिहार में एक शख्स द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को कहे गये अपशब्द के मुद्दे पर चल रही सियासी बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही. खुद पीएम मोदी ने जब इस मुद्दे पर कांग्रेस और आरजेडी पर निशाना साधा, तो विपक्षी नेताओं ने भी पलटवार किया.
पीएम मोदी ने अपने बयान में कहा कि ‘बिहार वो धरती है, जहां मातृशक्ति का सम्मान हमेशा से सर्वोपरि रहा है. यह मेरी कल्पना से भी परे है कि इस समृद्ध परंपरा वाले राज्य में आरजेडी-कांग्रेस के मंच से मेरी मां को गालियां दी गईं. मेरी मां अब सशरीर इस दुनिया में नहीं है, उसका राजनीति से भी कोई लेना-देना नहीं था. फिर भी जिस प्रकार उसे भद्दी गालियां देकर अपमानित किया गया, उसका दुख-दर्द मुझे बिहार की माताओं-बहनों और बेटियों के आंसुओं में साफ नजर आया. उन्होंने कहा कि आरजेडी-कांग्रेस के नेता बिहार की जिस गली और शहर में जाएं, तो उन्हें ये जरूर सुनाई पड़ना चाहिए कि माँ के गाली, नहीं सहेंगे-नहीं सहेंगे.’
विपक्ष ने किया पलटवार
विपक्षी नेताओं ने पीएम मोदी पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया है कि वह इस मुद्दे को “toolkit” के रूप में प्रयोग कर रहे हैं ताकि सार्वजनिक सहानुभूति जुटायी जा सके. विपक्ष ने यह भी कहा कि यह घटना रचा गया ड्रामा थी और मोदी पहले भी अपनी मां के बारे में “नॉन बायोलॉजिकल” जैसा बयान देकर अपमानित कर चुके हैं, इसलिए उनका यह दर्द ‘राजनीति से प्रेरित’ है.
पीएम मोदी के बयान पर कांग्रेस नेता सुरेन्द्र राजपूत ने एक्स पर लिखा कि ‘पूरे दो महीने से ज़्यादा हो गये मेरी मरी हुई मां को गाली दिये हुए और आपको एक्स पोस्ट से और पत्र से अवगत करवाये हुए. आदरणीय प्रधानमंत्री श्री पीएम मोदी जी, अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई उस प्रवक्ता के ख़िलाफ़ और आज आपने अपनी मां को लेकर वो ही मुद्दा उठा दिया. हम सहमत है आपसे जिसने आपकी मां को गाली दी है वो गिरफ़्तार हो गया है. पर जिसने मेरी मां को गाली दी वो अभी भी भाजपा का राष्ट्रीय प्रवक्ता है.’

वहीं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने भी इस मुद्दे पर पीएम मोदी को घेरते हुए कहा कि ‘मोदी जी पहले ही ममता बनर्जी को ‘दीदी-ओ-दीदी’ कहकर चिढ़ा चुके हैं, सोनिया गांधी को ‘जर्सी गाय’ और ‘कांग्रेस की विधवा’ कह चुके हैं और शशि थरूर की पत्नी को ‘50 करोड़ की गर्लफ्रेंड’ बता चुके हैं. ऐसे में अब जब वे दूसरों को भाषा पर संयम रखने की नसीहत देते हैं, तो यह बात अजीब लगती है.’
क्या बिहार चुनाव में मुद्दा बनेगी ‘गाली’ ?
कुछ लोगों का मानना है कि बीजेपी इस मुद्दे का इस्तेमाल बिहार में होने वाले चुनावों में अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए कर रही है. डॉ लक्ष्मण यादव ने कहा है कि ‘वोट चोरी के नारे से घिरी BJP अब मां का इमोशनल कार्ड खेल रही है! मोदी जी गला रुंधकर बोले– मेरी मां को गालियां दी गईं! बिहार की वोटर अधिकार यात्रा ने गांव-गांव ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ का नारा पहुंचा दिया है. जवाब न होने पर अब मां को ढाल बनाया जा रहा है. मां का सम्मान सब करते हैं, लेकिन राजनीति में मां का इस्तेमाल? जनता समझ चुकी है – गालियों से नहीं, कारनामों से जवाब देना होगा.’
क्या था मामला ?
दरअसल कुछ दिनों पहले बिहार में कांग्रेस की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान मंच पर एक शख्स ने पीएम मोदी के लिए अपशब्द कहे थे, हालांकि उस समय जनसभा खत्म कर राहुल गांधी या अन्य बड़े नेता वहां से जा चुके थे. पुलिस ने उस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और जांच में ये भी सामने आया है कि आरोपी का कांग्रेस से कोई संबंध नहीं था.