बरेली, उत्तर प्रदेश – बरेली पुलिस ने जबरन धर्मांतरण कराने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने एक मदरसे से अलीगढ़ निवासी दृष्टिबाधित व्यक्ति प्रभात उपाध्याय को मुक्त कराया, जिसे जबरन धर्म बदलकर ‘हामिद’ बनाया जा रहा था. इस दौरान पुलिस ने गिरोह के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
एसपी साउथ अंशिका वर्मा ने बताया कि यह पूरा खेल जाकिर नाईक के भाषणों वाली सीडी और धार्मिक पुस्तकों के जरिए चल रहा था. पुलिस ने घटनास्थल से 10 पुस्तकें, 12 सीडियां, पासपोर्ट, आधार कार्ड और तीन धर्मांतरण प्रमाणपत्र बरामद किए हैं.
पहले भी करा चुके हैं एक परिवार का धर्मंतरण
जांच की शुरुआत तब हुई जब पीड़ित की मां ने शिकायत दर्ज कराई कि उसके दृष्टिबाधित बेटे प्रभात उपाध्याय पर शादी का लालच देकर धर्मांतरण का दबाव बनाया जा रहा है. विरोध करने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई. शिकायत के बाद पुलिस टीम ने फैजनगर गांव के एक मदरसे में छापेमारी की, जहां प्रभात को मुस्लिम नाम बताकर खतना की प्रक्रिया से गुजारा जा रहा था.
पुलिस ने मौके से चार लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें फैजनगर के अब्दुल मजीद (35), करेली के सलमान (30), सैदपुर के मोहम्मद फहीम (23) और करेली के मोहम्मद आरिफ (29) शामिल हैं. पूछताछ में यह भी सामने आया कि इससे पहले बृजपाल साहू और उसके परिवार का भी धर्म परिवर्तन कराया गया था. इसके अलावा एक नाबालिग को नशे का आदी बनाकर धर्म बदलवाने की साजिश का भी खुलासा हुआ है.
पुलिस अब गिरोह के बाकी नेटवर्क की तलाश में जुटी है और मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी गई है.