अफगानिस्तान के नंगरहार और कुनार प्रांत में आए भीषण भूकंप ने तबाही की नई इबारत लिख दी है. ताज़ा जानकारी के मुताबिक मृतकों की संख्या 800 से अधिक हो गई है जबकि हजारों लोग घायल बताए जा रहे हैं. भूकंप से प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज़ी से चल रहे हैं, लेकिन हालात बेहद भयावह बने हुए हैं.
भूकंप के झटकों से घर, अस्पताल और कई सरकारी इमारतें जमींदोज हो गईं, जिससे बड़ी संख्या में लोग मलबे में दब गए. स्थानीय प्रशासन और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां मिलकर बचाव अभियान चला रही हैं. वहीं, हजारों लोग बेघर हो गए हैं और उन्हें तत्काल राहत सामग्री, भोजन और चिकित्सीय सहायता की जरूरत है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस त्रासदी पर गहरा दुख जताते हुए सोशल मीडिया पर कहा, “अफगानिस्तान में भूकंप की वजह से जान गंवाने वाले लोगों को लेकर काफी दुखी हूं. इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं. भारत प्रभावित लोगों को हर संभव मदद के लिए तैयार है.”

यह प्राकृतिक आपदा अफगानिस्तान के लिए पहले से मौजूद मानवीय संकट को और गंभीर बना रही है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की जा रही है कि वह तत्काल सहायता प्रदान करे.