फिल्म स्टार गोविंदा औऱ उनकी पत्नी के बीच अनबन की बात काफी समय से चर्चा में चल रही है. जो जानकारी आ रही है उसके मुताबिक गोविंदा की पत्नी सुनीता ने 38 साल की शादी के बाद तलाक के लिए कोर्ट में याचिका दायर कर दी है. पिछले कुछ समय से दोनों की निजी जिंदगी को लेकर तमाम बातें कही जा रही थीं. कहा जा रहा था कि दोनों जल्द ही अलग हो सकते हैं. हालांकि बीच बीच में दोनों के पैचअप की बातें भी सुनाई देती हैं.
इस खबर के बाद गोविंदा के कुछ पुराने इंटरव्यू भी फिर से सुर्खियों में आ गए हैं. जिनमें उन्होंने अपने निजी जीवन और रिश्तों को लेकर कई खुलासे किए थे. एक पुराने इंटरव्यू में गोविंदा ने बताया था कि वो एक्ट्रेस नीलम कोठारी से बेइंतहा मोहब्बत करते थे और उन्हीं के साथ अपना जीवन बिताना चाहते थे. लेकिन हालात कुछ ऐसे बने कि उन्हें सुनीता से शादी करनी पड़ी. जो उनके लिए एक तरह की मजबूरी बन गई थी. गोविंदा ने साफ कहा था कि नीलम उनकी जिंदगी की वो महिला थीं, जिनसे वो सच्चा प्यार करते थे.
सुनीता को बदलना चाहते थे गोविंदा
एक इंटरव्यू के दौरान गोविंदा ने यह खुलकर स्वीकार किया था कि उन्होंने अपने वैवाहिक जीवन में एक दौर ऐसा भी देखा, जब वह चाहते थे कि उनकी पत्नी सुनीता अपनी सोच, अपने व्यवहार और यहां तक कि अपने व्यक्तित्व को इस तरह ढाल लें कि वह नीलम कोठारी जैसी लगने लगें. गोविंदा के दिल में नीलम की जो छवि बस चुकी थी, वो चाहते थे कि सुनीता भी उन्हीं मानकों पर खरी उतरें.
कौन है नीलम कोठारी?
नीलम कोठारी एक पूर्व फिल्म अभिनेत्री हैं. जो 1980 और 90 के दशक में बॉलीवुड की एक जानी-मानी और पसंदीदा चेहरों में शुमार थीं. उन्होंने 1984 में फिल्म ‘जवानी’ से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी. और देखते ही देखते वे इंडस्ट्री में अपनी एक खास पहचान बनाने में सफल रहीं. अपने करियर के दौरान नीलम ने कई हिट फिल्मों में काम किया और खासतौर पर गोविंदा के साथ उनकी जोड़ी को दर्शकों ने बेहद पसंद किया. इल्ज़ाम, हत्या और खुदगर्ज़ जैसी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सफल रहीं और नीलम की लोकप्रियता को नई ऊंचाइयां मिलीं.
फिल्मों से दूरी बनाने के बाद नीलम ने ज्वेलरी डिज़ाइनिंग की दुनिया में कदम रखा. उन्होंने खुद का एक लक्ज़री ज्वेलरी ब्रांड शुरू किया. जिसे हाई-प्रोफाइल क्लाइंट्स और बॉलीवुड सेलेब्रिटीज़ के बीच खासा पसंद किया गया.
गोविंदा और सुनीता की अधूरी कहानी
गोविंदा और सुनीता आहूजा ने लगभग 38 साल तक एक साथ वैवाहिक जीवन बिताया, लेकिन उनका रिश्ता शुरुआत से ही पूरी तरह सहज नहीं था. असल में, गोविंदा जब फिल्म इंडस्ट्री में कदम रख रहे थे, तब वे काफी शर्मीले और अंतर्मुखी स्वभाव के थे. खासकर महिलाओं के साथ बातचीत करना या उनके सामने सहज होना उनके लिए चुनौतीपूर्ण था. अपने इसी संकोच को दूर करने के लिए और लड़कियों की संगत में आत्मविश्वास विकसित करने के इरादे से उन्होंने सुनीता से दोस्ती की और फिर यह रिश्ता धीरे धीरे आगे बढ़ा. हालांकि, समय के साथ यह दोस्ती शादी में बदल गई. लेकिन इस रिश्ते की नींव में जो उलझन और असमंजस था. वो कहीं न कहीं उनकी शादीशुदा जिंदगी में भी दिखाई दे रहा था.