अमेरिका में रोजगार की तलाश कर रहे भारत के युवाओं के लिए यह एक निराशाजनक खबर है. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि, हम बड़े ट्रैक्टर-ट्रेलर ट्रक चलाने वाले विदेशी चालकों की संख्या में बढ़ोतरी को गंभीरता से ले रहे हैं. यह न केवल अमेरिकी सड़कों की सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि देश के ट्रक चालकों की रोज़ी रोटी पर भी असर डाल रहा है. इस फैसले का सीधा असर उन भारतीय युवाओं पर पड़ेगा जो अमेरिका में ट्रकिंग को एक सुरक्षित और बेहतर भविष्य के रूप में देख रहे थे. यह कदम अमेरिका में विदेशी वर्कफोर्स की भागीदारी को लेकर बदलते रुख को भी दर्शाता है.
भारतीय ट्रक ड्राइवर की दुर्घटना बनी अमेरिका में लाइसेंस रोकने का कारण
अमेरिका में विदेशी ट्रक ड्राइवरों को कमर्शियल लाइसेंस देने पर लगी रोक की एक बड़ी और तात्कालिक वजह सामने आई है. जो एक एक भारतीय ट्रक ड्राइवर से जुड़ी हुई है. हरजिंदर सिंह, जो भारतीय मूल के हैं. सितंबर 2018 में अवैध रूप से अमेरिका में गए थे. इसके बावजूद, उन्हें वर्क परमिट और बाद में कैलिफोर्निया में कमर्शियल ड्राइविंग लाइसेंस जारी कर दिया गया.
लेकिन 12 अगस्त 2025 को फ्लोरिडा टर्नपाइक पर उन्होंने कथित तौर पर गलत दिशा में यू-टर्न लिया, जिससे उनकी ट्रक एक मिनीवैन से टकरा गई. इस हादसे में मिनीवैन सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई.
इस दर्दनाक घटना ने अमेरिकी सड़कों पर विदेशी ट्रक ड्राइवरों की उपस्थिति और उनके प्रशिक्षण व योग्यता को लेकर बहस छेड़ दी. यही कारण माना जा रहा है कि अमेरिकी प्रशासन ने अब विदेशी ट्रक चालकों को वर्क वीज़ा और कमर्शियल लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाने का फैसला किया है.