INDIA गठबंधन ने आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए वरिष्ठ और अनुभवी नेता बी. सुदर्शन रेड्डी के नाम पर मुहर लगा दी है. लंबे समय से सक्रिय राजनीति में अपनी सादगी, प्रशासनिक अनुभव और संतुलित दृष्टिकोण के लिए पहचाने जाने वाले सुदर्शन रेड्डी का चयन विपक्षी दलों के साझा राजनीतिक प्रयास की एक महत्वपूर्ण कड़ी माना जा रहा है. इस फैसले के बाद राजनीतिक हलकों में उनके जीवन परिचय और अब तक के राजनीतिक सफर को लेकर खास दिलचस्पी बढ़ गई है.
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी सुदर्शन रेड्डी को कानून का लंबा अनुभव है. 1995 में आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायधीश बने.
2005 में गुवाहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने
2007 से 2011 तक भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में कार्य किया
इस दौरान कई ऐतिहासिक फैसलों में अपनी भूमिका निभाई
गोवा में लोकायुक्त रहने के दौरान भ्रष्टाचार विरोधी मामलों में सक्रिय भूमिका दिखी
ऐसे समय में जब चुनाव आयोग समेत दूसरे संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल उठ रहे हों, जगदीप धनकड़ के अचानक इस्तीफा देने से बीजेपी में उथल पुथल मची हो. तब इंडिया गठबंधन ने एक पूर्व जज बी सुदर्शन रेड्डी जिनकी छवि भ्रष्टाचार के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ने की हो, उन्हे उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बना कर बड़े संकेत देने में कामयाब रही है. हालांकि अभी सदन में वोटो की बात करें तो एनडीए का पलड़ा भारी नजर आता है.