एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस कराने वाली बड़ी कंपनी DreamFolks Services का संकट और गहरा गया है. कंपनी ने मंगलवार को ऐलान किया कि वह भारत में अपनी एयरपोर्ट लाउंज सेवाएं बंद कर रही है. हालांकि, DreamFolks ने साफ किया है कि उसकी बाकी घरेलू सेवाएं और ग्लोबल लाउंज बिज़नेस पहले की तरह चलते रहेंगे.
कभी देश के एयरपोर्ट लाउंज बिज़नेस का करीब 90% हिस्सा कंट्रोल करने वाली DreamFolks का मॉडल अब ढह रहा है. वजह है एयरपोर्ट ऑपरेटर और लाउंज ऑपरेटर का सीधा बैंकों से जुड़ना. पहले DreamFolks कार्ड नेटवर्क और यात्रियों को लाउंज से जोड़ने वाला मिडलमैन था, लेकिन अब बैंक और एयरपोर्ट खुद ही यह सुविधा देने लगे हैं.
पिछले कुछ महीनों में बड़े झटके
- अगस्त में Encalm Hospitality, Adani Digital और Semolina Kitchens ने DreamFolks से कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिए.
- जुलाई में कंपनी ने Axis Bank और ICICI Bank के कुछ प्रोग्राम भी बंद कर दिए थे.
- इसके बाद से लगातार खबरें आ रही हैं कि और भी बैंक DreamFolks से दूरी बना सकते हैं.
शेयरों की हालत खराब
2025 में अब तक DreamFolks का शेयर 65% तक लुढ़क चुका है. कंपनी ने खुद कहा है कि भारतीय लाउंज बिज़नेस बंद करने का उसके ऑपरेशंस और फाइनेंशियल्स पर बड़ा असर पड़ेगा.
आगे की योजना
DreamFolks अब वैश्विक लाउंज सर्विसेज और नई एयरपोर्ट सेवाओं पर फोकस कर रही है. कंपनी का कहना है कि उसके क्लाइंट्स के साथ कॉन्ट्रैक्ट एक्टिव हैं और वह उनके लिए नए ऑप्शंस पर बातचीत कर रही है.