नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) चुनाव को लेकर माहौल गर्म हो गया है. एबीवीपी और एनएसयूआई दोनों ने अपने-अपने पैनल के लिए जोरदार प्रचार शुरू कर दिया है. एबीवीपी के उम्मीदवार नॉर्थ, साउथ और ऑफ कैंपस में छात्रों से संवाद कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस नेताओं ने एनएसयूआई के समर्थन में मोर्चा संभाल लिया है.
एबीवीपी ने अध्यक्ष पद पर आर्यन मान, उपाध्यक्ष पर गोविंद तंवर, सचिव पर कुणाल चौधरी और संयुक्त सचिव पद पर दीपिका झा को मैदान में उतारा है. आर्यन मान ने दावा किया कि छात्रों का उन्हें पूरा समर्थन मिल रहा है. उन्होंने कहा कि यू-स्पेशल बस और आईसीसी संचालन जैसे मुद्दों पर एबीवीपी ने मजबूत काम किया है. गोविंद तंवर ने कहा कि संगठन वर्षभर छात्रहितों के लिए काम करता है और इस बार स्वास्थ्य कार्ड, ओपन जिम और जॉब मेला जैसे मुद्दों पर ध्यान रहेगा. कुणाल चौधरी ने 10 हजार से अधिक इंटर्नशिप और मुफ्त एआई टूल्स सर्टिफिकेशन जैसे वादे किए, जबकि दीपिका झा ने कहा कि छात्राओं का समर्थन एबीवीपी के साथ है.
वहीं, कांग्रेस ने एनएसयूआई के प्रचार अभियान को तेज कर दिया है. यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय आज डीयू पहुंचे एबीवीपी पर पूर्वांचल छात्रों की आवाज दबाने का आरोप लगाते हुए छात्रों से “NSUI पैनल 5225” को वोट देने की अपील की. इससे पहले सोमवार को कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट भी डीयू पहुंचे थे उन्होंने मिरांडा हाउस और हिंदू कॉलेज में कहा कि एनएसयूआई की जीत बदलाव लाएगी.
इस बार एनएसयूआई ने 17 साल बाद पहली महिला उम्मीदवार जोसलिन नंदिता चौधरी को अध्यक्ष पद पर उतारा है.
18 सितंबर को चुनाव होंगे और नतीजे अगले दिन घोषित किए जाएंगे.