असम में आने वाले समय में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. लेकिन वहां सियासत पूरी तरह गर्म हो चुकी है. असम के चुनाव में ‘पाकिस्तान’ का मुद्दा जोर शोर से उठाया जा रहा है. हालांकि ये विवाद काफी समय से चल रहा है लेकिन अब कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के मामले में राज्य एसआईटी के रिपोर्ट को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि ‘कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के पाकिस्तान से जुड़े होने के आरोपों की जांच कर रही एसआईटी ने कुछ ऐसे तथ्य खोजे हैं. जो भारत की संप्रभुता को नुकसान पहुंचाने वाली बड़ी साजिश की तरफ इशारा करते हैं’. राज्य सरकार की तरफ से बनी इस एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट बुधवार को सरकार के सामने रख दी थी. इससे पहले सरमा ने साफ कहा था कि 10 सितंबर तक वो गोगोई के खिलाफ ठोस सबूत पेश करेंगे.
बता दें कि उन्होंने ये भी कहा कि ‘शेख की संदिग्ध गतिविधियों में एक ब्रिटिश नागरिक भी शामिल है. जिसका विवाह एक भारतीय सांसद से हुआ है’. हलाकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन बताया जा रहा है कि गौरव गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न ब्रिटिश नागरिक हैं.
एसआईटी रिपोर्ट और सीएम की प्रतिक्रिया
सीएम हिमंता विस्वा सरमा ने बताया कि एसआईटी की जांच में पता चला है कि ‘पाकिस्तान सरकार के गृह मंत्रालय ने असम के एक सांसद की वहां यात्रा को आसान बनाया था. अब असम सरकार इस रिपोर्ट को ध्यान से देखेगी और इसे राज्य मंत्रिमंडल के सामने पेश करेगी. मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद इस मामले की पूरी जानकारी जनता के सामने रखी जाएगी’.
वहीं, सांसद गौरव गोगोई ने मुख्यमंत्री के आरोपों को नकारते हुए कहा कि ‘सरमा असम के लोगों को कम समझते हैं. ये आरोप उनकी सरकार की असफलताओं को छुपाने के लिए बनाए गए झूठे किस्से हैं’.
यह विवाद तब शुरू हुआ जब भाजपा के नेता गौरव भाटिया ने आरोप लगाया था कि गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न का पाकिस्तान और आईएसआई से संबंध है. उन्होंने कहा कि एलिजाबेथ का संबंध अली तौकीर शेख से है. जो पाकिस्तान की योजना आयोग का सलाहकार है. भाजपा ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बताया था.