काठमांडू से शुरू हिंसा मंगलवार को पूरे नेपाल में फैल गई. मंगलवार को हिंसक प्रदर्शन के बीच आखिरकार प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा. पीएम ओली से पहले एक एक करके नेपाल सरकार के 9 मंत्रियों ने अपना इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद ओली पर इस्तीफे का दवाब पड़ने लगा था. इसके साथ ही नेपाल में अंतरिम सरकार के गठन की चर्चा तेज हो गई है.
इस बीच बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी काठमांडू हवाई अड्डे पर पहुंच गए उड़ानों को रोकने की अपील की. खबर के मुताबिक भैसेपाटी मंत्री आवास से लगभग दर्जन भर हेलिकॉप्टर उड़ान भरकर त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचे हैं. प्रदर्शनकारी सोशल मीडिया के जरिए अपील कर रहे हैं कि हवाई अड्डे के पास पटाखे और ड्रोन का इस्तेमाल करके विमानों को उड़ान भरने से रोका जाए. विमानों के लिए हवाई अड्डे पर लैंड करना मुश्किल हो गया है. इसमें हिमालय एयरलाइंस का एयरबस 319 भी शामिल है, जिसका इस्तेमाल प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने पहले बीजिंग की यात्रा के दौरान किया था. दिल्ली से काठमांडू आने वाली इंडिगो और एयर इंडिया की उड़ानें भी लैंड करने के लिए इंतजार कर रही हैं.
कहां से कहां पहुंचा आंदोलन
सोमवार को काठमांडू से शुरू हुआ युवाओं का प्रदर्शन देखते देखते उग्र हो गया. जिसके बाद पुलिस द्वारा चलाई गई गोली से लोगों की मौत हो गई. इसके बाद हालात लगातार विस्फोटक होते चले गए. मंगलवार की सुबह से काठमांडू पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा देखा गया. प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर भी कब्जा कर लिया है. पीएम ओली, उप प्रधानमंत्री, गृह मंत्री समेत कई मंत्रियों के घरों पर आगजनी की गई. वित्त मंत्री के साथ भीड़ के मारपीट करने की तस्वीरें सामने आईं.
अब खबर है कि इस्तीफा देने के बाद प्रधानमंत्री ओली नेपाल छोड़ कर दुबई जा सकते हैं.