दिल्ली में यमुना का जलस्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है. शनिवार को पुराना रेलवे पुल (लोहा पुल) पर जलस्तर 206.47 मीटर दर्ज किया गया, जो शुक्रवार को 207 मीटर से ऊपर था. हालांकि, यह अभी भी खतरे के निशान 205.33 मीटर से काफी ऊपर है. रविवार सुबह तक इसमें और गिरावट आने की संभावना जताई गई है.
राहत शिविरों में 20 हजार से ज्यादा लोग
यमुना के किनारे बसे सिविल लाइंस, मोनेस्ट्री मार्केट, कश्मीरी गेट आईएसबीटी, यमुना बाजार समेत कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. यमुना पार के खादर क्षेत्र में पानी भरा होने के कारण हजारों लोग अब भी राहत शिविरों में रह रहे हैं. फिलहाल 20 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है. राहत शिविरों में साफ-सफाई, भोजन, पेयजल, दवाइयां और शौचालय जैसी सुविधाओं की चुनौती बनी हुई है. बिजली आपूर्ति प्रभावित क्षेत्रों में चरणबद्ध तरीके से बहाल की जा रही है.
हथनी कुंड से कम हुआ पानी का प्रवाह
शनिवार सुबह हथनी कुंड बैराज से 50,629 क्यूसेक और वजीराबाद बैराज से 1,17,260 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. अधिकारियों का कहना है कि जलस्तर में कमी आने पर रविवार सुबह तक नालों के रेगुलेटर खोल दिए जाएंगे. इससे बेला रोड और हकीकत नगर जैसे इलाकों में जलभराव की समस्या कम होने की उम्मीद है. हालांकि, यदि पहाड़ों पर मौसम खराब हुआ तो यमुना का जलस्तर फिर से बढ़ सकता है.
अधिकारियों ने लोगों को सावधानी बरतने की अपील की है. घरों में पानी भरने पर मुख्य स्विच बंद करने और बिजली के खंभों व ट्रांसफार्मरों से दूर रहने की सलाह दी गई है.