अगर आपको भी किताबों से प्यार है तो आइए लखनऊ के बलरामपुर गार्डन में जहां चल रहा पुस्तक मेला आपका ही इंतजार कर रहा है. फॉर्स वन बुक और के.टी फाउंडेशन द्वारा आयोजित मेले का प्रमुख ध्येय ‘विज़न 2047′ : विकसित भारत विकशित प्रदेश’ है, जिसमें अलग अलग जॉनर की किताबों के साथ भारत के उज्जवल भविष्य की झलक भी देखने को मिल रही है.
पुस्तक मेले के करीब 120 स्टाल और 50 से अधिक मशहूर प्रकाशक जैसे हिंद युग्म, प्रभात प्रकाशन, वाणी प्रकाशन, नेशनल बुक ट्रस्ट, साहित्य अकादमी, भारतीय ज्ञानपीठ, साहित्य भण्डार समेत कई प्रकाशन मौजूद हैं.
साहित्य, राजनीति, इतिहास, विज्ञान, आध्यात्म और बच्चों की कहानियों समेत हर वर्ग के लिए पुस्तकें उपलब्ध है. खासतौर पर बच्चों के लिए तो किताबों की पूरी दुनिया ही सजी हुई है. एक इंच की गीता और ताम्रपत्र पर लिखी हनुमान चालीसा लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.
अगर साहित्य की बात की जाए तो पाठकों की पसंद ‘नई वाली हिंदी’ यानी हिंद युग्म प्रकाशन बनी हुई है. उनका मानना है की आज के युवाओं में आम बोल चाल की भाषा वाली किताबों का बहुत क्रेज है. ऐसे में ‘नई वाली हिंदी’ उन्हे लुभा रही है. हिंदी साहित्य में हिंदयुग्म के संपादक शैलेष भारतवासी ने ‘नई वाली हिंदी’ का अभियान शुरू किया है जिसे पाठकगण खासकर युवा पाठकों द्वारा बेहद पसंद किया जा रहा है.
शनिवार को पुस्तक नवश्रृजन संस्था द्वारा आयोजित कवि सम्म्लन में देवेश द्वारा संपादित साझा काव्य-संग्रह “वह तुम हो” के रचनाकारों का काव्यपाठ हुआ जिसका दर्शकों ने खुब लुत्फ उठाया.