टीवी डिबेट में अक्सर एंकर और नेताओं की बहस देखी गई है. खासकर विपक्ष के नेताओं और एंकरों के बीच. लेकिन पिछले दो तीन दिनों से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एंकर चित्रा त्रिपाठी और कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक के बीच चल रही तीखी बहस चर्चा का विषय बनी हुई है. इस बहस में दोनों एक दूसरे पर कुछ खुलकर तो कुछ इशारों में आरोप लगा रही है.
विवाद की शुरुआत तब हुई जब रागिनी नायक ने एक पुराना वीडियो साझा करते हुए चित्रा पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का एजेंडा आगे बढ़ाने का आरोप लगाया. रागिनी का दावा था कि चित्रा त्रिपाठी की पत्रकारिता निष्पक्ष नहीं है. बल्कि वह एक विशेष राजनीतिक विचारधारा से प्रेरित है. इसके जवाब में एंकर चित्रा त्रिपाठी ने भी रागिनी पर पलटवार किया और उनके चुनाव हारने पर तंज कसा.

पहले भी चर्चा में रहीं चित्रा त्रिपाठी
यह पहला मौका नहीं है जब चित्रा त्रिपाठी इस तरह की वैचारिक बहसों में घिरी हों. इससे पहले भी वे इतिहासकार अशोक पांडे और पत्रकार नवीन कुमार के साथ तीखी बहसों में शामिल रही हैं. एक बहस के दौरान अशोक पांडे के साथ नेहरू के माफ़ीनामे को लेकर विवाद हुआ था. चित्रा ने दावा किया कि अगर नेहरू ने किसी मामले में माफ़ी मांगी थी तो उसका प्रमाण प्रस्तुत किया जाए. इस पर अशोक पांडे ने उन्हें माफ़ीनामे का प्रमाण दिखाने की खुली चुनौती दी. जवाब में चित्रा ने मोबाइल पर कुछ स्क्रीनशॉट दिखाए जिन्हें व्हाट्सएप का कचरा कहकर खारिज कर दिया गया.
वहीं कुछ सालों पहले पत्रकार नवीन कुमार के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर बहस हुई थी. चित्रा त्रिपाठी पर यह आरोप लगाया गया कि, उन्होंने गोडसे के ब्राह्मण होने पर गर्व जताया था. यह बहस जातीय पाखंड, वैचारिक दरिद्रता और पत्रकारिता की जवाबदेही जैसे गंभीर विषयों तक पहुंच गई. इस मामले में उन्हे नवीन कुमार ने बहस की चुनौती दी थी. चित्रा त्रिपाठी ने पहले बहस में शामिल होने की इच्छा जताई फिर बाद अपनी पोस्ट डिलीट कर दी.