दुनिया के तमाम देशों के विरोध के बावजूद इजरायल के रूख में कोई नरमी नहीं दिख रही है. पिछले दिनों कतर पर इज़राइली हमले और फिलिस्तीन में जारी संकट पर इस्लामिक देशों के विरोध के बावजूद गाजा पर इजरायल के हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं.
पिछले 24 घंटों में गाजा पर टूटा इजरायली कहर
इजरायल डिफेंस फोर्स ने बयान जारी कर जानकारी दी है कि मंगलवार और बुधवार की रात को ही इज़राइल ने करीब 50 से अधिक हमले किए, जबकि पिछले 24 घंटों में कुल 150 से ज्यादा ठिकाने निशाने पर रहे. इसी के साथ उन्होंने यह भी बताया कि इन हमलों के कारण गाजा सिटी की करीब 40 प्रतिशत आबादी यानी लगभग 4 लाख लोग पलायन कर चुके हैं.
इजरायल डिफेंस फोर्स ने कहा कि बीती रात में हुए हमलों में कम से कम 12 लोगों की मौत हुई है. साथ ही उसने गाजा की उन सुरंगों और इमारतों को भी निशाना बनाया है, जहां हमास के आतंकी छिपे हुए थे. इजरायल का दावा है कि गाजा हमास का गढ़ है, इसलिए उसे खत्म करने के लिए ज़मीनी और हवाई दोनों तरह की कार्रवाई जारी रहेगी.
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट से तिलमिलाया इजरायल
वहीं, संयुक्त राष्ट्र ने अपनी ताज़ा रिपोर्ट जारी करते हुए इज़रायल पर फिलिस्तीनियों के खिलाफ नरसंहार का आरोप लगाया है. लेकिन इज़रायल ने इसे ‘विकृत और झूठा’ बताते ‘हमास प्रॉक्सी’ करार दिया है और सिरे से खारिज कर दिया है.
इज़रायल के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि इज़रायल नागरिकों की जान बचाने की कोशिश करता है, जबकि हमास ही गैर-लड़ाकों को ढाल बनाता है. इसके साथ इजरायल ने आयोग को तत्काल समाप्त करने की भी मांग की है और आरोप लगाया कि यह रिपोर्ट यहूदी-विरोधी नैरेटिव को बढ़ावा देती है. इसके जवाब में आयोग ने कहा कि इजरायल ने गाजा पर कब्जा कर फिलिस्तीनी लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार का उल्लंघन किया है.
गाजा समेत कई देशों पर इजरायली हमले को लेकर 60 मुस्लिम देश अब इजरायल के खिलाफ लामबंदी के लिए तैयार हो चुके हैं. वहीं कई पश्चिमी देश भी गाजा को लेकर इजरायल के खिलाफ हैं. ऐसे में इजरायल का यही रूख रहा तो आने वाले समय में वैश्विक मंच पर वो अकेला पड़ सकता है.