अपने बेबाक और अक्सर विवादित बयानों के चलते सुर्खियों में रहने वाली तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा एक बार फिर कानूनी मुश्किलों में फंस गई हैं. इस बार उनकी हालिया टिप्पणी ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है. दरअसल, एक कार्यक्रम के दौरान महुआ मोइत्रा ने केंद्र सरकार पर सीमा सुरक्षा की जिम्मेदारियों से बचने का आरोप लगाते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया था. इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने इसे असंवैधानिक और अपमानजनक करार देते हुए मोइत्रा पर कड़ी कार्रवाई की मांग की थी.
अब इस विवादित टिप्पणी के चलते महुआ मोइत्रा के खिलाफ छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के माना कैंप थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह एफआईआर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 196 और 197 के तहत दर्ज हुई है. शिकायत रायपुर निवासी गोपाल सामंतो ने दर्ज कराई, जिन्होंने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर कहा था कि मोइत्रा के बयान से समाज में तनाव फैल सकता है और समुदायों के बीच भड़काव की स्थिति पैदा हो सकती है.
शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया कि माना कैंप इलाके में 1971 के बांग्लादेशी शरणार्थी बड़ी संख्या में रहते हैं और महुआ मोइत्रा की टिप्पणी से उनके बीच भय और असुरक्षा का माहौल बन गया है. शिकायतकर्ता ने उनके बयान को देशद्रोह और दंडनीय अपराध की श्रेणी में बताया. फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सभी पहलुओं पर गहनता से पड़ताल की जा रही है.