कभी आपको लगा है कि आप किसी को पहली बार मिल रहे हैं, लेकिन वह पहले भी देखा हुआ लगता है?
इस फीलिंग को कहते हैं 'Déjà Vu' यानी 'पहले देखा हुआ'. दिमाग की मेमोरी और परसेप्शन में छोटी सी गड़बड़ी यह फीलिंग पैदा करती है.
कुछ न्यूरल नेटवर्क्स तुरंत जानकारी प्रोसेस नहीं कर पाते, इसलिए ऐसा लगता है कि यह पल पुराना है.
Déjà Vu आमतौर पर तब होता है जब मस्तिष्क की फालतू सिग्नलिंग होती है.
मस्तिष्क के हिप्पोकैम्पस और प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स इस प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाते हैं.
कुछ शोधों में यह भी बताया गया है कि नींद की कमी या थकान से भी Déjà Vu बढ़ सकता है.