नई दिल्ली, 13 अगस्त 2025 – कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में “वोट चोरी” के गंभीर आरोप के लगाने के बाद चुनाव आयोग को नई चुनौती दी है.
राहुल गांधी ने दावा किया है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को यहां मात्र 32,707 वोटों से हार का सामना करना पड़ा, जबकि 6.5 लाख मतदाताओं में से लगभग 1,00,250 वोट अवैध रूप से हेरफेर किए गए. उन्होने अपनी 7 अगस्त वाली पीसी के बारे में मंगलवार को संसद परिसर में पत्रकारों से कहा कि ‘अभी तो पूरी पिक्चर बाकी है’
राहुल गांधी के इस बयान के बाद से ही चर्चा तेज है कि राहुल गांधी कौन से पिक्चर की बात कर रहे हैं?
कहां से शुरू हुआ ‘वोट चोरी’ का मामला

कांग्रेस की 40 सदस्यीय टीम ने छह महीने तक चुनाव आयोग द्वारा दी गई सूची का विश्लेषण किया. इस जांच में 11,965 डुप्लिकेट वोटर, 40,009 फर्जी पते, 10,452 एक ही पते पर सामूहिक पंजीकरण, 4,132 अमान्य तस्वीरें और 33,692 फॉर्म-6 के दुरुपयोग के मामले सामने आए. राहुल गांधी ने उदाहरण दिया कि एक ही व्यक्ति चार अलग-अलग मतदान केंद्रों में पंजीकृत था और 68 वोटर एक शराबखाने के पते पर दर्ज थे. इसके बाद सियासी हलचल बढ़ गई.
“124 नॉट आउट” का संसद में प्रदर्शन
इस मामले में विरोध प्रदर्शन कर रहे विपक्ष ने संसद में बिहार के सीवान की ‘मिन्ता देवी’ का मामला उठाया, जिन्हें पहली बार वोटर बनने पर प्रारंभिक सूची में 124 साल का दिखाया गया. राहुल गांधी समेत सांसदों ने उनकी तस्वीर वाली टी-शर्ट पहनी, जिसके पीछे “124 नॉट आउट” लिखा था।
राहुल गांधी ने संकेत दिया है कि 48 और लोकसभा सीटों पर भी महादेवपुरा की तरह के अनियमितताओं का खुलासा किया जाएगा. राहुल गांधी के इस संकेत के बाद सियासी तापमान के और बढ़ने की संभावना है.